ऊर्जा संरक्षण भवन कोड

भवन निर्माण क्षेत्र में ऊर्जा दक्षता को बढ़ावा देने की ओर पहले कदम के रूप में भारत सरकार के ऊर्जा मंत्रालय द्वारा मई 2007 में ऊर्जा संरक्षण भवन कोड (ईसीबीसी) शुरू किया गया था। fo|qr मंत्रालय, भारत सरकार, ऊर्जा दक्षता ब्यूरों (बीईई) के परामर्श से भारत के विभिन्न राज्यों में ईसीबीसी लागू कर रहा है। बीईई के दिशानिर्देशों के तहत विभिन्न हितधारको (स्टेक होलडर्स) जैसे आर्किटेक्टस, शैक्षिणिक संस्थानों, महत्वपूर्ण कन्सलटेण्टस एवं विभिन्न सरकारी संगठनों से महत्वपूर्ण निविष्टियों के साथ ईसीबीसी विकसित किये गये थे। ईसीबीसी का उद्देशय भवन में रहने वालों के आराम से समझौता किये बिना, ऊर्जा दक्ष डिजाइन और ऊर्जा दक्ष इमारतों का निर्माण और उनके सिस्टम के लिए न्यूनतम आवश्यकताएं प्रदान करना हैं।

नवीन भवन निर्माण

ऊर्जा संरक्षण भवन कोड (ईसीबीसी), भारत सरकार द्वारा नये वाणिज्यिक भवनों के लिए 27 मई 2017 को विकसित किया गया था। ईसीबीसी वाणिज्यिक भावनों के लिए, न्यूनतम ऊर्जा मानको को निर्धारित करता है। जिनका fo|qr भार 100 किलोवाट या अधिक है अथवा अनुबंध मांग (कान्ट्रेक्ट डिमाण्ड) 120 केवीए या अधिक है, जबकि केन्द्रीय सरकार के पास ईसी अधिनियम-2001 के तहत अधिकार है, राज्य सरकारों के स्थानीय या क्षेत्रीय जरूरतों को पूरा करने के लिए कोड को संशोधित करने का लचिलापन और उन्हें अधिसूचित करने का अधिकार है। वर्तमान में उत्तर प्रदेश में कोड की अधिसूचना अंतिम चरण में हैं।

विद्यमान भवन

विद्यमान भवन में ईसीवीसी कोड लागू करने पर हम लगभग 30 प्रतिशत तक fo|qr की बचत कर सकते हैं। इसके लिए हम विद्यमान भवन में रेटोफिटिंग (पुनः संयोजन) कर सकते हैं। और वर्तमान भवन को लगभग ईसीबीसी कोड के अनुरूप बना सकते है।

ईसीबीसी निम्न के लिए डिजाइन मानदंड प्रदान करता है

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  • दीवारों, छतों, खिड़कियों के लिए थर्मल परफार्मेंस (उष्मीय प्रर्दशन) आवश्यकताओं सहित बिल्डिंग एन्वेलप।
  • दिन की रोशनी सहित प्रकाश व्यवस्था, लैम्पस एवं ल्यूमिनरीज की (परफार्मेन्स)आवश्यकताएं।
  • एचवीएसी सिस्टम, हवा वितरण प्रणालियों के ऊर्जा प्रर्दशन (परफार्मेन्स) सहित।
  • fo|qr सिस्टम।
  • वाटर हीटिंग एवं पम्पिंग सिस्टम, सोलर हाॅट वाटर सिस्टम की आवश्यकता सहित।

भारत का पहला ईसीबीसी सेल यूपीएसडीए में स्थापित किया गया जिसका उद्देश्य ईसीबीसी कोड के प्रारूप तैयार करने, ईसीबीसी के बारे में जागरूकता तथा कुछ ईसीबीसी अनुवर्ती भवन का निर्माण डेमो प्रोजेक्ट के रूप में किया जाना जिससे यह बतलाया जा सके कि ईसीबीसी अनुवर्ती भवन के निर्माण से ऊर्जा की बचत सम्भव है। उत्तर प्रदेश में उत्तर प्रदेश fo|qr नियामक आयोग (यूपीईआरसी) के कार्यालय भवन का निर्माण ईसीबीसी कोड के अनुसार किया गया है। इसका विस्त्रत भवन निर्माण सामग्री के उपयोग का मिश्रित विवरण एवं वित्तीय विवरण निम्नानुसार है।

क्या आपका भवन एक ईसीबीसी अनुवर्ती भवन है?

  • उन लोगो के लिए जो जानना चाहते है कि उनका भवन ईसीबीसी अनुवर्ती भवन हो सकता है, संलग्नक (क) में उपलब्ध फार्म भर कर तथा अपने भवन का कुछ बुनियादी विवरण भर कर हमें ई-मेल कर सकते हैं।
  • जो लोग ईसीबीसी मापदंड के अनुंरूप अपना भवन निर्माण के इच्छुक है वो संलग्नक (ख) में उपलब्ध फार्म भर कर ई-मेल कर सकते है।
  • उन लोंगो के लिए जो ईसीबीसी मापदंड के अनुसार अपने मौजूदा भवन को रैटोफिटिंग द्वारा ईसीबीसी अनुवर्ती भवन के रूप में परिवर्तित करना चाहते है वो भी संलग्न फार्म भर कर ई-मेल कर सकते है।

    उत्तर प्रदेश में ऊर्जा दक्ष भवन ईसीबीसी अनुवर्ती भवन को बढ़ावा देने के लिए निःशुल्क परामर्श प्रदान किया जाता है।